जो आतंकी सबके सिर कलम करता था आज उसी का सिर कलम कर दिया गया

New Delhi : कहावत है जो दूसरों के लिए गड्डा खोदते हैं एक दिन वहीं उस गड्डे में गिरते हैं। बिल्कुल वैसा ही आजकर आतंकी संगठन आईएस के साथ हो रहा है।
आतंकी संगठन आईएसआईएस (दाएश) का कुख्यात जल्लाद जिसने सैकड़ों मासूमों के सर कलम किए आज उत्तरी-पश्चिमी इराक में सेना ने उसे मौत की नींद सुला दिया।
आतंकी अबु सय्याफ आईएस के उन कुख्यात आतंकियों में शामिल रहा है जिसने वीडियो बनाकर सैकड़ों मासूमों को मौत के घाट उतार दिया। आतंकी अबु सय्याफ ने पिछले कुछ दिनों में कई लोगों को सर कलम किए।

ये आतंकी लोगों के सर कलम करने के बाद उनके सिर में छेद करने के लिए खासा बदनाम था।
इराक के पत्रकार मुहम्मद यवर कहते हैं कि अबु सय्याफ सबसे खतरनाक जल्लादों में से एक जल्लाद था। ये आतंकी संगठन का खौफनाक चेहरा था।
मुहम्मद यवर आगे कहते हैं कि ये आतंकी अपने बड़े शरीर और लंबी चौड़ी भुजाओं को लिए जाना जाता था। ये आईएस बेरहम वीडियो में सबसे ज्यादा नजर आने वाला बदनाम चेहरा था।

क्षेत्रीय मीडिया कार्यकर्ता अब्दुल्ला अल-मलाह आतंकी सय्याफ की मौत के बारे में कहते हैं कि किसी अंजान शख्स ने उसकी कार पर घात लगाकर हमला किया जिसकी मौके पर ही मौत हो गई।
बता दें कि इससे पहले भी आईएस का एक और कुख्यात जल्लाद सेना के हमले में मारा जा चुका है।
.

on Tuesday, 31 January 2017 | , | A comment?

नई दिल्ली- चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। बता दें कि इसी महीने गोवा में हुई एक चुनावी रैली के दौरान आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा था कि कांग्रेस और भाजपा के लोग अगर उन्हें पैसे दें तो ले लें और वोट आम आदमी पार्टी को दे दें। चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के इस बया�

नई दिल्ली- चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। बता दें कि इसी महीने गोवा में हुई एक चुनावी रैली के दौरान आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा था कि कांग्रेस और भाजपा के लोग अगर उन्हें पैसे दें तो ले लें और वोट आम आदमी पार्टी को दे दें। चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर सख्ती दिखाते हुए कड़ी फटकार लगाई थी।
चुनाव आयोग ने केजरीवाल को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह इसी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन करते रहेंगे तो इससे उन्हें ही दिक्कत होगी। आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने पर आम आदमी पार्टी की मान्यता खत्म करने जैसे सख्त कदम भी उठाए जाने की चेतावनी चुनाव आयोग ने दी थी।
इससे पहले 16 जनवरी को अरविंद केजरीवाल को चुनाव आयोग की तरफ से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जा चुका है। अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग के फैसले को गलत बताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है- मेरे खिलाफ चुनाव आयोग का फैसला गलत है। निचली अदालत ने मेरे पक्ष में फैसला दिया था। चुनाव आयोग ने अदालत के आदेश पर ध्यान नहीं दिया। आयोग के इस फैसले को अदालत में चुनौती दूंगा। [एजेंसी]

on Sunday, 29 January 2017 | , | A comment?

ओवैसी ने पूछा बड़ा सवाल- जब विदेशी 'दाढ़ीवालों' से प्यार, तो भारत के दाढ़ीवालों से नफरत क्यों?

ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर हमला बोला है। ओवैसी को गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आए यूएई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान को नरेंद्र मोदी का खुली बाहों से गले लगाना रास नहीं आया है।
अलीगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'हम अपने मेहमानों का स्वागत करते हैं और प्रिंस का भी उतने ही पुरजोर तरीके से स्वागत होना चाहिए, लेकिन लगता है कि नरेंद्र मोदी सुबह में योग करना भूल गए और जब प्रिंस शाम को भारत पहुंचे तो मोदी के हाव भाव देखकर ऐसा लगा कि प्रिंस का स्वागत करते हुए मोदी योग कर रहे हैं।'
ओवैसी ने आगे कहा, 'अगर परदेश से आए 'दाढ़ीवाले' के लिए मोदी के पास इतना प्यार है, तो वो भारत के 'दाढ़ीवालों' के प्रति यही प्यार क्यों नहीं दिखाते?'
हालांकि इस दौरान ओवैसी ने पूरी सावधानी दिखाते हुए अपने भाषण में मुस्लिम शब्द का प्रयोग नहीं किया। ऐसा करने से सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन होता कि ओवैसी धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं। रैली में मौजूद भीड़ ने ताालियों की गड़गड़ाहट के साथ ओवैसी का समर्थन किया जब उन्होंने मोदी की नकल उतारते हुए 'मितरों' शब्द का उच्चारण किया।

on Thursday, 26 January 2017 | , | A comment?

सऊदी अरब की सबसे पुरानी मस्जिद पर शिवलिं* Real Truth Behind It और नंदी, देखकर रह जाओगे हैरान

नई दिल्‍ली: सऊदी अरब की सबसे पुरानी मस्जिद की तस्‍वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है। इस पिक्चर को लाखों लोग शेयर कर चुके हैं। दरअसल इस तस्‍वीर की हकीकत कुछ चौंकाने वाली है, जिसकी वजह से इसे वायरल किया जा रहा है। पुनीत शर्मा नाम के एक शख्‍स ने यह दावा किया है कि अरब की इमारत यहां की सबसे पुरानी मस्जिद है। पुनीत ने इसका नाम रासा मस्जिद बताया है।
अरब की सबसे पुरानी मस्जिद
पुनीत ने बीती दो फ़रवरी को सबसे पहले यह तस्वीर शेयर की थी। इसके बाद हजारों की संख्‍या में लोगों ने इसे अलग-अलग शेयर किया है। दरअसल इस मस्जिद के ऊपर भगवान शिव और नंदी की झलक साफ दिखती है। इसके बाद से ही यह तस्‍वीर सोशल साईट पर वायरल होना शुरू हुई। पुनीत ने तस्‍वीर के साथ कैप्‍शन में लिखा रासा सऊदी अरब में सबसे पुरानी मस्जिद है। इस तस्वीर को ज़ूम करिए और देखिए, आप शिवलिं* और नंदी जी को देख सकते हैं।
पुनीत के अलावा कुछ और भी पोस्ट हैं जो यही दावा करती नज़र आ रही हैं। फ़ेसबुक और वॉट्सऐप जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी यह तस्वीर वायरल की जा रही है। हिंदू न्यूज़ पत्र नाम की प्रोफ़ाइल ने भी इस तस्वीर को पुनीत के कैप्शन के साथ शेयर किया है। यहां से इसे 1600 से भी ज़्यादा बार शेयर किया गया है।
क्या है सच्चाई?
पुनीत शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फ़ॉलो करते हैं। ये तो था सोशल मीडिया का एक सच अब आपको इस तस्‍वीर की हकीकत से रूबरू कराते हैं। दरअसल इस तस्‍वीर का सच यह है कि न तो पुनीत की शेयर की गई इस तस्‍वीर का अरब से कोई नाता है और न ही उनकी पोस्‍ट में दी गई जानकारी में कोई सच्‍चाई।
पुनीत ने जिस रासा मस्जिद का जिक्र अपनी पोस्‍ट में किया है, वह अरब की सबसे पुरानी मस्जिद नहीं है। दूसरा यह कि पुरानी तो छोड़िए, रासा नाम की कोई मस्जिद सऊदी अरब में है ही नहीं। जिन मस्जिदों को यहां सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक माना जाता है वे हैं मस्जिद-ए-हरम और मस्जिद-ए-क़ुबा।