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अमेरिका चुनावः डोनाल्ड ट्रंप की जीत से भारत को होंगे ये 5 बड़े नुकसान
एक साल के ताबड़तोड़ प्रचार पर अमेरिकियों ने अपने फैसला लगभग सुना दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर भारत समेत सारी दुनिया की नजर थी। अमेरिका का 45वां राष्ट्रपति भारत के लिहाज से कैसा साबित होगा? या अगर रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बनते हैं तो यह भारत के लिए कैसा होगा?
ये अब बड़े सवाल हैं।
अमेरिका के साथ भारत के पुराने अनुभव बताते हैं कि रिपब्लिकन राष्ट्रपति सामान्य तौर पर डेमोक्रेटिक उम्मीदवार से बेहतर साबित हुए हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में अमेरिका और भारत के संबंध तेजी से बदलते रहे हैं। आइए देखते हैं ट्रंप का राष्ट्रपति बनना भारत के लिहाज से कैसा है...
क्या होगा भारत को नुकसान
1- दुनियाभर के बाजार नहीं चाहते कि ट्रंप राष्ट्रपति बने। लिहाजा बाजार की ट्रंप की जीत पर तीखी प्रतिक्रिया होगी। वह उदार अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानूनों का समर्थन नहीं करते हैं।
2 - ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी ऐसी है जिसमें 'पहले सिर्फ अमेरिका' होता है और वह सभी व्यापार समझौते को नए सिरे से लागू करना चाहते हैं, भारत के साथ भी वह यही करने के पक्षधर है।
3- ट्रंप एच1बी वीजा प्रोग्राम के खिलाफ हैं और इसे बंद करना चाहते हैं। अगर ट्रंप जीतते हैं तो भारतीय आईटी स्टॉक और आईटी कंपनियों को इसका नुकसान होगा।
4 -एक तरफ वह भारत की तारीफ करते हैं तो दूसरी ओर आरोप लगाते रहे हैं कि भारत और चीन अमेरिका की नौकरियां छीन रहे हैं और वह इन्हें वापस लाएंगे। अमेरिका की नौकरी वापस लाने का मतलब है कि वह प्रवासियों के लिए मुश्किल कानून लाने वाले हैं। काम करने के मामले में अमेरिका भारतीयों की पहली पसंद है। लिहाजा नकरात्मक असर पड़ेगा।
5- डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में कॉर्रोपोरेट टैक्स को घटाकर 35 से 15 फीसदी कर सकते हैं। इसका असर यह होगा कि फोर्ड, जीएम और माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियां दोबारा अमेरिका का रुख करेगी। यह मोदी की 'मेक इन इंडिया' स्कीम के लिए खतरनाक होगा।
ये अब बड़े सवाल हैं।
अमेरिका के साथ भारत के पुराने अनुभव बताते हैं कि रिपब्लिकन राष्ट्रपति सामान्य तौर पर डेमोक्रेटिक उम्मीदवार से बेहतर साबित हुए हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में अमेरिका और भारत के संबंध तेजी से बदलते रहे हैं। आइए देखते हैं ट्रंप का राष्ट्रपति बनना भारत के लिहाज से कैसा है...
क्या होगा भारत को नुकसान
1- दुनियाभर के बाजार नहीं चाहते कि ट्रंप राष्ट्रपति बने। लिहाजा बाजार की ट्रंप की जीत पर तीखी प्रतिक्रिया होगी। वह उदार अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानूनों का समर्थन नहीं करते हैं।
2 - ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी ऐसी है जिसमें 'पहले सिर्फ अमेरिका' होता है और वह सभी व्यापार समझौते को नए सिरे से लागू करना चाहते हैं, भारत के साथ भी वह यही करने के पक्षधर है।
3- ट्रंप एच1बी वीजा प्रोग्राम के खिलाफ हैं और इसे बंद करना चाहते हैं। अगर ट्रंप जीतते हैं तो भारतीय आईटी स्टॉक और आईटी कंपनियों को इसका नुकसान होगा।
4 -एक तरफ वह भारत की तारीफ करते हैं तो दूसरी ओर आरोप लगाते रहे हैं कि भारत और चीन अमेरिका की नौकरियां छीन रहे हैं और वह इन्हें वापस लाएंगे। अमेरिका की नौकरी वापस लाने का मतलब है कि वह प्रवासियों के लिए मुश्किल कानून लाने वाले हैं। काम करने के मामले में अमेरिका भारतीयों की पहली पसंद है। लिहाजा नकरात्मक असर पड़ेगा।
5- डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में कॉर्रोपोरेट टैक्स को घटाकर 35 से 15 फीसदी कर सकते हैं। इसका असर यह होगा कि फोर्ड, जीएम और माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियां दोबारा अमेरिका का रुख करेगी। यह मोदी की 'मेक इन इंडिया' स्कीम के लिए खतरनाक होगा।
मोदी से ट्रम्प की ट्यूनिंग पर देश की निगाहें, दोनों नेताओं के बीच 5 बातें हैं कॉमन
नई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के 45वें प्रेसिडेंट बनने जा रहे हैं। दुनिया की निगाहें ट्रम्प की पॉलिसी और बाकी देश के प्रेसिडेंट्स, पीएम से रिश्तों को लेकर टिकी है। किसके प्रति ट्रम्प का क्या रवैया होगा। अगर बात भारत और मोदी की करें तो ट्रम्प की ट्यूनिंग जम सकती है। अपने कैम्पेन के दौरान ट्रम्प इस ओर इशारा भी कर चुके हैं। रुझान आते ही मोदी ने ट्वीट कर नए अमेरिकी प्रेसिडेंट को बधाई भी दी। यही नहीं ट्रम्प और मोदी में कई समानताएं हैं जो दोनों को एक दूसरे के करीब ला सकती हैं। पांच मुद्दों पर ट्रम्प और मोदी की समानता....
1. जीतने के बाद विरोधियों की तारीफ
मोदी
- 2014 में जीतने के बाद मोदी ने मनमोहन की तारीफ की थी।
- चार्ज संभालने से पहले मोदी ने उस वक्त के पीएम से घर जाकर मुलाकात की थी।
ट्रम्प
- ट्रम्प ने बुधवार को जीत हासिल करने के बाद सबसे पहले हिलेरी की जिक्र किया।
- कहा- हिलेरी ने मुझे फोन किया। हम सबको बधाई दी। विदेश मंत्री के तौर पर देश हिलेरी के काम को याद रखेगा।
2. दूसरे देशों से रिश्ते
मोदी
- मोदी ने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क नेताओं को बुलाया था।
- नवाज शरीफ समेत कई पड़ोसी नेता पहुंचे थे।
ट्रम्प
- किसी देश से दुश्मनी नहीं रखेंगे। अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे।
3. सबको साथ लेकर चलने की बात
मोदी
- सबका साथ, सबका विकास का नारा। जाति-धर्म के बदले नेशन फर्स्ट की बात करना।
ट्रम्प
रिपब्लिकन-डेमोक्रेट मैं सबका प्रेसिडेंट हूं। सबको साथ लेकर चलूंगा।
4. राजनीतिक को लेकर रवैया
मोदी
- राजनीति में गंभीरता की एक अपनी जगह है लेकिन हमें आमोद-विनोद, हास्य, कमेट की जगह होनी चाहिए।
ट्रम्प
- खुले विचार वाले ट्रम्प कह चुके हैं- राजनीति बड़ी नैस्टी (गंदी) चीज है।
5. फॉरवर्ड रवैया
मोदी
- फॉरेन पॉलिसी हो या फिर किसी नेता से मुलाकात, मोदी हमेशा ही आगे हाथ बढ़ाते हैं।
ट्रम्प
- कैम्पेन में फॉरेन पॉलिसी को बेहतर बनाने की बात की। पर्सनल लेवल पर कनेक्शन अच्छा है।
1. जीतने के बाद विरोधियों की तारीफ
मोदी
- 2014 में जीतने के बाद मोदी ने मनमोहन की तारीफ की थी।
- चार्ज संभालने से पहले मोदी ने उस वक्त के पीएम से घर जाकर मुलाकात की थी।
ट्रम्प
- ट्रम्प ने बुधवार को जीत हासिल करने के बाद सबसे पहले हिलेरी की जिक्र किया।
- कहा- हिलेरी ने मुझे फोन किया। हम सबको बधाई दी। विदेश मंत्री के तौर पर देश हिलेरी के काम को याद रखेगा।
2. दूसरे देशों से रिश्ते
मोदी
- मोदी ने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क नेताओं को बुलाया था।
- नवाज शरीफ समेत कई पड़ोसी नेता पहुंचे थे।
ट्रम्प
- किसी देश से दुश्मनी नहीं रखेंगे। अमेरिका को फिर से महान बनाएंगे।
3. सबको साथ लेकर चलने की बात
मोदी
- सबका साथ, सबका विकास का नारा। जाति-धर्म के बदले नेशन फर्स्ट की बात करना।
ट्रम्प
रिपब्लिकन-डेमोक्रेट मैं सबका प्रेसिडेंट हूं। सबको साथ लेकर चलूंगा।
4. राजनीतिक को लेकर रवैया
मोदी
- राजनीति में गंभीरता की एक अपनी जगह है लेकिन हमें आमोद-विनोद, हास्य, कमेट की जगह होनी चाहिए।
ट्रम्प
- खुले विचार वाले ट्रम्प कह चुके हैं- राजनीति बड़ी नैस्टी (गंदी) चीज है।
5. फॉरवर्ड रवैया
मोदी
- फॉरेन पॉलिसी हो या फिर किसी नेता से मुलाकात, मोदी हमेशा ही आगे हाथ बढ़ाते हैं।
ट्रम्प
- कैम्पेन में फॉरेन पॉलिसी को बेहतर बनाने की बात की। पर्सनल लेवल पर कनेक्शन अच्छा है।
ट्रंप के बेटे ने हिन्दुवो का कहा शुक्रिया, पिता की जीत में अहम भूमिका
डोनाल्ड ट्रंप ने इतिहास रचते हुआ भारी जीत हासिल की है। इस जीत पर उनके बेटे ने भारतीयों भारतीयों का शुक्रिया अदा किया है और कहा कि उनेक पिता की जीत भारतीयों की अहम भूमिका है।
बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन और ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही थी, लेकिन आखिरकार ट्रंप ने जीत हासिल कर ली।
उन्होंने एक बयान देकर अमेरिका के विकास में भारतीय लोगों के योगदान की खुलकर सराहना की मगर अपनी बात को वजनदार बनाने के लिए भारतीयों की जगह सीधे हिंदू शब्द का प्रयोग किया।
बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन और ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही थी, लेकिन आखिरकार ट्रंप ने जीत हासिल कर ली।
उन्होंने एक बयान देकर अमेरिका के विकास में भारतीय लोगों के योगदान की खुलकर सराहना की मगर अपनी बात को वजनदार बनाने के लिए भारतीयों की जगह सीधे हिंदू शब्द का प्रयोग किया।
मोदी का दोस्त और मुस्लिमों का ‘दुश्मन’… आ गया डोनाल्ड ट्रंप
वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (70) डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलरी क्लिंटन (69) को हराकर अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं। शुरुआती रुझान में क्लिंटन ट्रंप पर भारी नजर आ रही थीं लेकिन कुछ ही समय बाद ट्रंप ने बाजी पलटते हुए हिलेरी को चारों खाने चित कर दिया। उनकी इस जीत को ऐतिहासिक बताया जा रहा है। वो अमेरिका के अब तक के सबसे उम्र-दराज राष्ट्रपति होंगे।
इस चुनाव में लगभग 20 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें से तीन करोड़ 50 लाख से ज्यादा मतदाता पहले ही मतदान कर चुके हैं। 6 जनवरी 2017 को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की घोषणा की जाएगी। 20 जनवरी 2017 से अमेरिका का अगला राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में कार्यभार संभालेगा।
इस चुनाव में लगभग 20 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें से तीन करोड़ 50 लाख से ज्यादा मतदाता पहले ही मतदान कर चुके हैं। 6 जनवरी 2017 को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की घोषणा की जाएगी। 20 जनवरी 2017 से अमेरिका का अगला राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में कार्यभार संभालेगा।
अमेरिका में अबकी बार 'ट्रंप सरकार'।बधाई हो...
वॉशिंगटन
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलरी क्लिंटन को हराकर अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं। शुरुआती रुझान में क्लिंटन ट्रंप पर भारी नजर आ रही थीं लेकिन कुछ ही समय बाद ट्रंप ने बाजी पलटते हुए हिलेरी को चारों खाने चित कर दिया। उनकी इस जीत को ऐतिहासिक बताया जा रहा है। वो अमेरिका के अब तक के सबसे उम्र-दराज राष्ट्रपति होंगे।
इस चुनाव में लगभग 20 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें से तीन करोड़ 50 लाख से ज्यादा मतदाता पहले ही मतदान कर चुके हैं। 6 जनवरी 2017 को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की घोषणा की जाएगी। 20 जनवरी 2017 से अमेरिका का अगला राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में कार्यभार संभालेगा।
डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के 19वें रिपब्लिकन राष्ट्रपति बने। पिछले रिपब्लिकन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश थे।हिलरी क्लिंटन को हराकर अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने डॉनल्ड ट्रंप।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलरी क्लिंटन को हराकर अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं। शुरुआती रुझान में क्लिंटन ट्रंप पर भारी नजर आ रही थीं लेकिन कुछ ही समय बाद ट्रंप ने बाजी पलटते हुए हिलेरी को चारों खाने चित कर दिया। उनकी इस जीत को ऐतिहासिक बताया जा रहा है। वो अमेरिका के अब तक के सबसे उम्र-दराज राष्ट्रपति होंगे।
इस चुनाव में लगभग 20 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इनमें से तीन करोड़ 50 लाख से ज्यादा मतदाता पहले ही मतदान कर चुके हैं। 6 जनवरी 2017 को अमेरिका के अगले राष्ट्रपति की घोषणा की जाएगी। 20 जनवरी 2017 से अमेरिका का अगला राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में कार्यभार संभालेगा।
डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका के 19वें रिपब्लिकन राष्ट्रपति बने। पिछले रिपब्लिकन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश थे।हिलरी क्लिंटन को हराकर अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने डॉनल्ड ट्रंप।
दुनिया भर के मुस्लिमो और सेकुलरो की आएगी सामत , हिन्दुवो का दोस्त बनेगा दुनिया का राजा।
- डोनाल्ड ट्रंप 270 इलेक्ट्रोरव वोट्स के जादुई आंकड़े के करीब पहुंच गए हैं। हिलेरी के 209 वोट्स के मुकाबले 244 पर पहुंचे ट्रंप।
- रुझानों के हिसाब से मुकाबला कांटे का बना हुआ है। हिलेरी के 209 इलेक्ट्रोरल वोट्स के मुकाबले रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप 228 पर जीत रहे हैं।
- भारतीय-अमेरिकी कमला हैरिस ने रचा इतिहास, कैलिफोर्निया से सीनेट सीट जीतीं। डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ीं हैं हैरिस।
- रुझानों के हिसाब से मुकाबला कांटे का बना हुआ है। हिलेरी के 209 इलेक्ट्रोरल वोट्स के मुकाबले रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप 228 पर जीत रहे हैं।
- भारतीय-अमेरिकी कमला हैरिस ने रचा इतिहास, कैलिफोर्निया से सीनेट सीट जीतीं। डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ीं हैं हैरिस।
LIVE: Trump के 187 वोट्स के मुकाबले 190 पर पहुचीं हिलेरी क्लिंटन, और कड़ा हुआ मुकाबला
दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र, अमेरिका में राष्ट्पति पद के लिए मतदान समाप्ति के बाद वोटों की गणना शुरू हो चुकी है। अमेरिका के 240 वर्ष के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार कोई महिला या राजनीति से बाहर का कोई व्यक्ति व्हाइट हाउस पहुंचेगा।
कटुतापूर्ण चुनाव प्रचार के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले अमेरिका में हिलेरी और ट्रंप के बीच मुकाबले में एक-एक वोट दांव पर लगा है। पढ़ें, LIVE अपडेट्स....
कटुतापूर्ण चुनाव प्रचार के बाद अब दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले अमेरिका में हिलेरी और ट्रंप के बीच मुकाबले में एक-एक वोट दांव पर लगा है। पढ़ें, LIVE अपडेट्स....
ट्रम्प चच्चा को हरा हिलेरी बनेंगी US नयी राष्ट्रपति
नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान शुरू हो गया है। भारतीय समय के अनुसार पहला वोट भारतीय समयानुसार सुबह 10:30 बजे न्यू हेम्शायर के डिक्शविल नॉच में डाला गया। अगले दिन यानी 9 नवंबर को सुबह 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। मंगलवार रात से ही नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। यूएसए के छोटे राज्यों से चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। रूरल न्यू रैंपशायर की 3 छोटी बस्तियों, जिनकी आबादी 100 या उससे भी कम है, में मिडनाइट पोलिंग की परंपरा पूरी की गई। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में पराम्परागत मिडनाइट पोलिंग में हिलेरी क्लिंटन के हाथ शुरूआती सफलता लगी है।
न्यूज वेबसाइट यूएसए टुडे के मुताबिक, इस मिडनाइट पोलिंग के परिणाम से डेमोक्रेटिक हिलेरी के प्रशंसक खुश हो सकते हैं। हिलेरी ने डिक्सविल नॉच, एनएच में डॉनल्ड ट्रंप को 2 के मुकाबले 4 वोटों से हरा दिया है। लिबर्टेरियन गैरी जॉनसन को एक वोट मिला। हालांकि मुख्य वोटिंग भारतीय समयानुसार शाम करीब 4:30 बजे शुरू होने की उम्मीद है। बुधवार सुबह 9.30 बजे या 10 बजे तक तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।
दूसरे अपेक्षाकृत बड़े कस्बे हाट्र्स लोकेशन में क्लिंटन ने ट्रंप को 17 के मुकाबले 14 वोटों से हराया है। जॉनसन को यहां से 3 जबकि सैंडर्स और जॉन को एक-एक वोट मिले हैं। न्यू हैंपशायर के कानून के मुताबिक, 100 से कम वोटों वाले समुदाय को अधिकार है कि वे आधी रात को वोटिंग शुरू कर सभी रजिस्टर्ड वोटों के पोल हो जाने के बाद वोटिंग बंद कर सकते हैं। न्यू हैंपशायर के इन तीन कस्बों में से डिक्सलिे नॉच सबसे अधिक फेमस है। 2011 में बंद हो गए बालसम्स ग्रैंट रिजॉर्ट होटल के संस्थापक नील टिलोस्टॉन ने 1960 में डिक्सविले में मिडनाइट वोटिंग शुरू की थी। तब उनका उद्देश्य रिजॉर्ट के लिए पब्लिसिटी इकट्ठा करना था। डिक्सविले के सभी वोटर इसी रिजॉर्ट के कर्मचारी हैं!
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचन देश के मतदाताओं द्वारा परोक्ष तरीके से होता है। यानी मतदाता एक निर्वाचक मंडल का चुनाव करते हैं। यह निर्वाचक मंडल राष्ट्रपति का चुनाव करता है। अमेरिकी कांग्रेस के दो सदन हैं। प्रतिनिधि सदन, जिसमें 435 सदस्य हैं जबकि सीनेट में 100 सदस्य हैं। कोलंबिया को मिलाकर कुल सदस्यों की संख्या 538 हो जाती है। यही 538 सदस्य राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। जिसे 270 या इससे ज्यादा वोट मिलेंगे, वह राष्ट्रपति बन जाएगा। बहुमत हासिल करने के लिए 538 में 270 वोट हासिल करना जरूरी है। 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट पाने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करता है।
न्यूज वेबसाइट यूएसए टुडे के मुताबिक, इस मिडनाइट पोलिंग के परिणाम से डेमोक्रेटिक हिलेरी के प्रशंसक खुश हो सकते हैं। हिलेरी ने डिक्सविल नॉच, एनएच में डॉनल्ड ट्रंप को 2 के मुकाबले 4 वोटों से हरा दिया है। लिबर्टेरियन गैरी जॉनसन को एक वोट मिला। हालांकि मुख्य वोटिंग भारतीय समयानुसार शाम करीब 4:30 बजे शुरू होने की उम्मीद है। बुधवार सुबह 9.30 बजे या 10 बजे तक तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।
दूसरे अपेक्षाकृत बड़े कस्बे हाट्र्स लोकेशन में क्लिंटन ने ट्रंप को 17 के मुकाबले 14 वोटों से हराया है। जॉनसन को यहां से 3 जबकि सैंडर्स और जॉन को एक-एक वोट मिले हैं। न्यू हैंपशायर के कानून के मुताबिक, 100 से कम वोटों वाले समुदाय को अधिकार है कि वे आधी रात को वोटिंग शुरू कर सभी रजिस्टर्ड वोटों के पोल हो जाने के बाद वोटिंग बंद कर सकते हैं। न्यू हैंपशायर के इन तीन कस्बों में से डिक्सलिे नॉच सबसे अधिक फेमस है। 2011 में बंद हो गए बालसम्स ग्रैंट रिजॉर्ट होटल के संस्थापक नील टिलोस्टॉन ने 1960 में डिक्सविले में मिडनाइट वोटिंग शुरू की थी। तब उनका उद्देश्य रिजॉर्ट के लिए पब्लिसिटी इकट्ठा करना था। डिक्सविले के सभी वोटर इसी रिजॉर्ट के कर्मचारी हैं!
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचन देश के मतदाताओं द्वारा परोक्ष तरीके से होता है। यानी मतदाता एक निर्वाचक मंडल का चुनाव करते हैं। यह निर्वाचक मंडल राष्ट्रपति का चुनाव करता है। अमेरिकी कांग्रेस के दो सदन हैं। प्रतिनिधि सदन, जिसमें 435 सदस्य हैं जबकि सीनेट में 100 सदस्य हैं। कोलंबिया को मिलाकर कुल सदस्यों की संख्या 538 हो जाती है। यही 538 सदस्य राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। जिसे 270 या इससे ज्यादा वोट मिलेंगे, वह राष्ट्रपति बन जाएगा। बहुमत हासिल करने के लिए 538 में 270 वोट हासिल करना जरूरी है। 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट पाने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करता है।