जो आतंकी सबके सिर कलम करता था आज उसी का सिर कलम कर दिया गया

New Delhi : कहावत है जो दूसरों के लिए गड्डा खोदते हैं एक दिन वहीं उस गड्डे में गिरते हैं। बिल्कुल वैसा ही आजकर आतंकी संगठन आईएस के साथ हो रहा है।
आतंकी संगठन आईएसआईएस (दाएश) का कुख्यात जल्लाद जिसने सैकड़ों मासूमों के सर कलम किए आज उत्तरी-पश्चिमी इराक में सेना ने उसे मौत की नींद सुला दिया।
आतंकी अबु सय्याफ आईएस के उन कुख्यात आतंकियों में शामिल रहा है जिसने वीडियो बनाकर सैकड़ों मासूमों को मौत के घाट उतार दिया। आतंकी अबु सय्याफ ने पिछले कुछ दिनों में कई लोगों को सर कलम किए।

ये आतंकी लोगों के सर कलम करने के बाद उनके सिर में छेद करने के लिए खासा बदनाम था।
इराक के पत्रकार मुहम्मद यवर कहते हैं कि अबु सय्याफ सबसे खतरनाक जल्लादों में से एक जल्लाद था। ये आतंकी संगठन का खौफनाक चेहरा था।
मुहम्मद यवर आगे कहते हैं कि ये आतंकी अपने बड़े शरीर और लंबी चौड़ी भुजाओं को लिए जाना जाता था। ये आईएस बेरहम वीडियो में सबसे ज्यादा नजर आने वाला बदनाम चेहरा था।

क्षेत्रीय मीडिया कार्यकर्ता अब्दुल्ला अल-मलाह आतंकी सय्याफ की मौत के बारे में कहते हैं कि किसी अंजान शख्स ने उसकी कार पर घात लगाकर हमला किया जिसकी मौके पर ही मौत हो गई।
बता दें कि इससे पहले भी आईएस का एक और कुख्यात जल्लाद सेना के हमले में मारा जा चुका है।
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on Tuesday, 31 January 2017 | , | A comment?

नई दिल्ली- चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। बता दें कि इसी महीने गोवा में हुई एक चुनावी रैली के दौरान आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा था कि कांग्रेस और भाजपा के लोग अगर उन्हें पैसे दें तो ले लें और वोट आम आदमी पार्टी को दे दें। चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के इस बया�

नई दिल्ली- चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। बता दें कि इसी महीने गोवा में हुई एक चुनावी रैली के दौरान आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोगों से कहा था कि कांग्रेस और भाजपा के लोग अगर उन्हें पैसे दें तो ले लें और वोट आम आदमी पार्टी को दे दें। चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर सख्ती दिखाते हुए कड़ी फटकार लगाई थी।
चुनाव आयोग ने केजरीवाल को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वह इसी तरह से आचार संहिता का उल्लंघन करते रहेंगे तो इससे उन्हें ही दिक्कत होगी। आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने पर आम आदमी पार्टी की मान्यता खत्म करने जैसे सख्त कदम भी उठाए जाने की चेतावनी चुनाव आयोग ने दी थी।
इससे पहले 16 जनवरी को अरविंद केजरीवाल को चुनाव आयोग की तरफ से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जा चुका है। अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग के फैसले को गलत बताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है- मेरे खिलाफ चुनाव आयोग का फैसला गलत है। निचली अदालत ने मेरे पक्ष में फैसला दिया था। चुनाव आयोग ने अदालत के आदेश पर ध्यान नहीं दिया। आयोग के इस फैसले को अदालत में चुनौती दूंगा। [एजेंसी]

on Sunday, 29 January 2017 | , | A comment?

ओवैसी ने पूछा बड़ा सवाल- जब विदेशी 'दाढ़ीवालों' से प्यार, तो भारत के दाढ़ीवालों से नफरत क्यों?

ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर हमला बोला है। ओवैसी को गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आए यूएई के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान को नरेंद्र मोदी का खुली बाहों से गले लगाना रास नहीं आया है।
अलीगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'हम अपने मेहमानों का स्वागत करते हैं और प्रिंस का भी उतने ही पुरजोर तरीके से स्वागत होना चाहिए, लेकिन लगता है कि नरेंद्र मोदी सुबह में योग करना भूल गए और जब प्रिंस शाम को भारत पहुंचे तो मोदी के हाव भाव देखकर ऐसा लगा कि प्रिंस का स्वागत करते हुए मोदी योग कर रहे हैं।'
ओवैसी ने आगे कहा, 'अगर परदेश से आए 'दाढ़ीवाले' के लिए मोदी के पास इतना प्यार है, तो वो भारत के 'दाढ़ीवालों' के प्रति यही प्यार क्यों नहीं दिखाते?'
हालांकि इस दौरान ओवैसी ने पूरी सावधानी दिखाते हुए अपने भाषण में मुस्लिम शब्द का प्रयोग नहीं किया। ऐसा करने से सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन होता कि ओवैसी धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं। रैली में मौजूद भीड़ ने ताालियों की गड़गड़ाहट के साथ ओवैसी का समर्थन किया जब उन्होंने मोदी की नकल उतारते हुए 'मितरों' शब्द का उच्चारण किया।

on Thursday, 26 January 2017 | , | A comment?

सऊदी अरब की सबसे पुरानी मस्जिद पर शिवलिं* Real Truth Behind It और नंदी, देखकर रह जाओगे हैरान

नई दिल्‍ली: सऊदी अरब की सबसे पुरानी मस्जिद की तस्‍वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है। इस पिक्चर को लाखों लोग शेयर कर चुके हैं। दरअसल इस तस्‍वीर की हकीकत कुछ चौंकाने वाली है, जिसकी वजह से इसे वायरल किया जा रहा है। पुनीत शर्मा नाम के एक शख्‍स ने यह दावा किया है कि अरब की इमारत यहां की सबसे पुरानी मस्जिद है। पुनीत ने इसका नाम रासा मस्जिद बताया है।
अरब की सबसे पुरानी मस्जिद
पुनीत ने बीती दो फ़रवरी को सबसे पहले यह तस्वीर शेयर की थी। इसके बाद हजारों की संख्‍या में लोगों ने इसे अलग-अलग शेयर किया है। दरअसल इस मस्जिद के ऊपर भगवान शिव और नंदी की झलक साफ दिखती है। इसके बाद से ही यह तस्‍वीर सोशल साईट पर वायरल होना शुरू हुई। पुनीत ने तस्‍वीर के साथ कैप्‍शन में लिखा रासा सऊदी अरब में सबसे पुरानी मस्जिद है। इस तस्वीर को ज़ूम करिए और देखिए, आप शिवलिं* और नंदी जी को देख सकते हैं।
पुनीत के अलावा कुछ और भी पोस्ट हैं जो यही दावा करती नज़र आ रही हैं। फ़ेसबुक और वॉट्सऐप जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी यह तस्वीर वायरल की जा रही है। हिंदू न्यूज़ पत्र नाम की प्रोफ़ाइल ने भी इस तस्वीर को पुनीत के कैप्शन के साथ शेयर किया है। यहां से इसे 1600 से भी ज़्यादा बार शेयर किया गया है।
क्या है सच्चाई?
पुनीत शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फ़ॉलो करते हैं। ये तो था सोशल मीडिया का एक सच अब आपको इस तस्‍वीर की हकीकत से रूबरू कराते हैं। दरअसल इस तस्‍वीर का सच यह है कि न तो पुनीत की शेयर की गई इस तस्‍वीर का अरब से कोई नाता है और न ही उनकी पोस्‍ट में दी गई जानकारी में कोई सच्‍चाई।
पुनीत ने जिस रासा मस्जिद का जिक्र अपनी पोस्‍ट में किया है, वह अरब की सबसे पुरानी मस्जिद नहीं है। दूसरा यह कि पुरानी तो छोड़िए, रासा नाम की कोई मस्जिद सऊदी अरब में है ही नहीं। जिन मस्जिदों को यहां सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक माना जाता है वे हैं मस्जिद-ए-हरम और मस्जिद-ए-क़ुबा।

गणतंत्र परेड में झपकी लेते दिखे मनोहर पर्रिकर? हुई खिंचाई

रिपब्लिक डे परेड के दौरान झपकी लेते मनोहर पर्रिकर
नई दिल्ली
गणतंत्र दिवस के मौके पर जब देश के करोड़ों लोग टीवी पर राजपथ से परेड का लाइव प्रसारण देख रहे थे, उस वक्त रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर झपकी लेते पाए गए। बस फिर क्या था, इतने अहम मौके पर झपकी लेने के चलते रक्षा मंत्री की सोशल मीडिया पर खिंचाई की जाने की लगी। ट्विटर और फेसबुक पर मनोहर पर्रिकर की तस्वीर वायरल होने लगी।
रिपब्लिक डे परेड के मुख्य अतिथि अबु धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ बैठे मनोहर पर्रिकर झपकी लेते नींद में कैद हो गए। खास बात यह रही कि देश के राष्ट्रीय प्रसारण दूरदर्शन के लाइव प्रसारण पर वह झपकी लेते दिखे। यानी देश भर करोड़ों लोगों ने रक्षा मंत्री को झपकी लेते देखा होगा। यह तीसरा मौका है, जब मनोहर पर्रिकर को किसी अहम मौके पर झपकी लेते देखा गया है। दिसंबर, 2014 में 'मेक इन इंडिया' को लेकर पीएम मोदी के संबोधन के दौरान भी वह झपकी लेते दिखे थे।
यही नहीं स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी उनकी झपकी लेते हुए तस्वीरें सामने आने के बाद काफी खिंचाई हुई थी। अब एक बार फिर उन्होंने सोशल मीडिया यूजर्स को खिंचाई का मौका दे दिया है। मनोहर पर्रिकर के अलावा भी कई नेताओं की अहम मौके पर झपकी लेने के कारण खिंचाई हो चुकी है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भी संसद में झपकी की तस्वीर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर उनका मजाक बन गया था।

तिरंगे के रंग में रंगा बुर्ज खलीफा, देखें तस्वीरें

नई दिल्ली: 26 जनवरी को पूरा भारत खुशी और जश्न की आगोश में खो जाएगा। भारत के गणतंत्र दिवस के रंग में दुनिया की सबसे ऊंची इमारत और दुनिया के खूबसूरत शहरों में शुमार दुबई रंग गया। गणतंत्र अवसर पर दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा का अलग अंदाज देखने को मिला और यह तिरंगे के रंगों - केसरिया, सफेद और हरे - की रोशनी से जगमगा गई।'भारत का गणतंत्र दिवस मनाएंगे' -
बुर्ज खलीफा के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट ने अंग्रेजी और अरबी भाषा में अपने ट्विट में बताया, ''आज रात हम बुर्ज खलीफा पर भारत के राष्ट्रीय ध्वज के शानदार एलईडी प्रकाश से भारत का 68वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे।

खलीफा बिन जायद अल नाहयान के नाम पर इमारत-
दुबई में स्थित बुर्ज खलीफा 823 मीटर ऊंची है और इसका नामकरण अबु धाबी के शासक एवं संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति खलीफा बिन जायद अल नाहयान पर किया गया है।

अबु धाबी के शहजादे हैं गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि-
उल्लेखनीय है कि अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को भारत के 'सबसे महत्वपूर्ण साझीदारों में से एक और दुनिया के एक महत्वपूर्ण क्षेत्र में करीबी दोस्त' कहा।

गणतंत्र दिवसः पीएम ने फिर तोड़ा प्रोटोकॉल, काफिले से निकल कर अचानक लोगों के पास पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर अक्सर लोगों के बीच पहुंच जाते हैं। गुरुवार को गणतंत्र दिवस परेड के बाद भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जब पीएम मोदी का काफिला राजपथ से गुजर रहा था। काफिले से निकल पीएम मोदी अचानक लोगों के पास पहुंच गए और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।
गणतंत्र दिवस की परेड अभी खत्म ही हुई थी और पीएम अपने काफिले के साथ राजपथ पर बढ़ रहे थे। पीएम मोदी के चारों ओर सुरक्षाबल थे लेकिन पीएम अचानक आगे बढ़ते हुए लोगों के पास तक पहुंच गए। पीएम को अपने करीब देखकर लोगों का उत्साह देखने लायक था। अचानक लोग उत्साह से भर उठे। गुरुवार को 68वें गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर भव्य परेड देखने को मिली। राजपथ पर भारत के सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया गया तो वहीं राज्यों की झांकियों में सांस्कृतिक विविधता और एकता की झलक भी देखने को मिली।

केजरीवाल ने पीएम मोदी को भारत रत्न देने की मांग की

नई दिल्ली
एनसीपी प्रमुख शरद पवार को पद्म विभूषण दिए जाने को लेकर अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट किया है जिसमे उन्होंने लिखा है कि शरद पवार को पद्म विभूषण देने की हिम्मत दिखाने के लिए मोदी जी को भारत रत्न मिलना चाहिए

शरद पवार को पद्म विभूषण देने की हिम्मत दिखाने के लिए मोदी जी को भारत रत्न मिलना चाहिए https://t.co/z1417VKBcB
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 26, 2017
अरविन्द केजरीवाल ने ऐसा इसलिए कहा है क्योकि  पीएम मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान एनसीपी को नैचुरली करप्ट पार्टी बताया था. पीएम मोदी ने कहा था कि एनसीपी राष्ट्रवादी पार्टी नहीं बल्कि भ्रष्टाचारवादी पार्टी है.

​​As the country gears up to celebrate Republic Day with grandeur and India welcomes a host of dignitaries every year; this year His Highness, Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan, Crown Prince of Abu D

Muzaffarpur

Image result for republic day muzaffarpur

The 68th Republic Day Parade will showcase India's military strength and achievements in a range of areas and its diverse culture at the Rajpath on Thursday.
Abu Dhabi Crown Prince Mohammed bin Zayed Al Nahyan is the Chief Guest of the Republic Day parade.
Led by Wing Commander Ramesh Kumar Dubey, the parade will start with four Mi-17 helicopters, flying an Indian flag and three other helicopters flying ensigns of the Army, Navy and the Air Force, will shower flower petals.
Odisha, Arunachal Pradesh, Maharashtra, Manipur, Gujarat, Lakshdwaeep, Karanataka, Delhi, Himachal Pradesh, Haryana, West Bengal, Punjab, Tamil Nadu, Tripura, Jammu & Kashmir, Assam, these states will showcase their tradition and culture through their respective tableau.
The Department of Central Board of Excise and Customs under the Ministry of Finance, along with the Ministry of Skill Development, will also see their tableau at the R-Day Parade.
Delhi Police and paramilitary personnel will be keeping a tight vigil on Republic Day in the national capital tomorrow with an eye on the movement of animals in view of intelligence inputs that terror groups might use them as suicide bombers.
The entire Central and New Delhi region will have nearly 60,000 security personnel drawn from Delhi Police and Central security forces guarding every nook and corner.

on Wednesday, 25 January 2017 | | A comment?

हर हिन्दू ज़ाकिर नायक पर दिये हुए आमिर खान के इस ताज़ा बयान को सुन कर हो उठेगा आग बबूला !!

आज विश्व में बैठे हर नागरिक को इस बारे में जानकारी है की आतंकवाद का केवल एक धर्म से सबसे ज़्यादा संबंध है और वो है इस्लाम । हालांकि ये नहीं कहा जा सकता की हर मुसलमान आतंकवादी है परंतु ये ज़रूर कहा जा सकता है की ज्यादरार आतंकवादी मुसलमान ही हैं ।
ज़ाकिर नायक पर दिये हुए आमिर खान के ताज़ा बयान को सुन हर सच्चा भारतीय हो उठेगा आग बबूला !!
परंतु कुछ पाखंडी अभिनेता जैसे की आमिर खान ने अपने ताज़ा इंटरव्यू में फिरसे ये कहा की इस्लामिक आतंकवाद पर कहा कि इस्लाम के नाम पर आतंकवाद फैलाने वाले ऐसे लोग हैं जो इस्लाम का खुद पालन नहीं करते। बढ़ते इस्लामिक आतंकवाद के बारे में पूछे जाने पर आमिर ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरा मानना है कि लोग जो आतंकवाद फैलाते हैं और ऐसा करते हैं उनका मजहब से कोई नाता नहीं है चाहे वह मुस्लिम, हिंदू, सिख, ईसाई..
कोई हो।’ज़ाकिर नायक पर दिये हुए आमिर खान के ताज़ा बयान को सुन हर सच्चा भारतीय हो उठेगा आग बबूला !!

यह बात कहकर ऐसे व्यक्ति इस्लाम को बचाने की कोशिश करते हैं परंतु अब दुनिया भर के लोग इनके बहकावे में नहीं आने वाले ।

अब नकद निकासी पर लगेगा टैक्स!

नोटबंदी के बाद से देश में डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं और साथ ही लोगो को जागरूक बनाने का कार्य भी हो रहा है।
ऑनलाइन पेमेंट्स आवर लेनदेन से सम्बंधित बनी समिति ने बैंकों से 50,000 रुपए और इससे अधिक नकद निकासी पर बैंकिंग कैश ट्रांजेक्शन टैक्स (बीसीटीटी) लगाने की सिफारिश क्र रही है। समिति का यह भी सुझाव है की आयकर के दायरे में आने वालों और छोटे दुकानदारों को स्मार्टफोन खरीदने पर 1,000 रुपए सब्सिडी मिलना चाहिए।
समिति का यह भी कहना है की पीओएस मशीन से भुगतान पर लगने वाला मर्चेंट डिसकाउंट रेट ख़त्म होना चाहिए। आंध्रप्रदेश के सीएम नायडू इस समिति का नेतृत्व कर रहे है। समिति ने अपने रिपोर्ट में इन सुझाव का जिक्र किया है।
ऐसी उम्मीद की जा रही है की सरकार की तरफ से नए बजट के साथ ही डिजिटल पेमेंट्स के लिए भी कई स्कीम्स व छूट की भी घोषणा की जा सकती है।
समिति ने इस बात पर भी पूरा जोर दिया है ही डिजिटल लेन-देन पूर्णतः सुरक्षित होना चाहिए। ये रिपोर्ट आरबीआई को भेजी जानी है क्योकि कई मामलो में निर्णय आरबीआई ही ले सकती है।
इनके अलावा समिति द्वारा दी गयी अन्य सिफारिशों के अनुसार सालाना आय से निर्धारित राशि लेनदेन डिजिटल माध्यम से करने पर टैक्स में छूट मिलना चाहिए। अगर कोई 'आधार' आधारित भुगतान के लिए बायोमेट्रिक मशीन की खरीद करना चाहता है तो दुकानदारों को 50% सब्सिडी मिलनी चाहिए। ऑनलाइन पेमेंट लेने वाले दुकानदारो से पिछले वर्षों के बारे में कोई पूछताछ नही होनी चाहिए। इनके अलावा सिटीज में बसों आदि में भुगतान, को-ऑपरेटिव बैंको को डिजिटल लेनदेन से जोड़ने, क्यूआर कोड आधारित पेमेंट को बढ़ावा देने, पोस्ट ऑफिस में एटीएम लगाने आदि शुझाव भी शामिल हैं।

गणतंत्र दिवस के मौके पर नक्सली फहरा सकते हैं काला झंडा, रिपोर्ट

मुजफ्फरपुर : गणतंत्र दिवस के अवसर पर नक्सली बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. उनके निशाने पर रेलवे स्टेशन, ट्रैक व सरकारी संस्थान हो सकते हैं. इस दौरान हिंसक घटनाओं की भी आशंका जतायी गयी है. खुफिया विभाग से मिली सूचना पर एसएसपी विवेक कुमार ने जिले के उग्रवाद प्रभावित देवरिया, साहेबगंज, पारू, मीनापुर व पारू, सरैया, बरुराज, सिवाइपट्टी, मीनापुर, हथौड़ी व बोचहां थानों को अलर्ट कर दिया है. इन इलाकों में सघन गश्ती करने व हर गतिविधि पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया गया है.

एसएसपी कार्यालय की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि माओवादी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या से लेकर गणतंत्र दिवस के दिन 26 जनवरी को शिक्षण संस्थानों, पंचायत भवनों व अन्य सरकारी कार्यालयों पर काला झंडा फहरा सकते हैं. इस दौरान हिंसक घटना होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. इसको लेकर पूरी सतर्कता व सुरक्षा बरतने की जरूरत है. नक्सली गतिविधि को देखते हुए मुजफ्फरपुर-शिवहर मार्ग, करचौलिया-राजेपुर मार्ग, टेंगरारी मार्ग में सुंदरदेही के पास स्थित पुल व रामनगर पुल पर चौकसी बरतने को कहा गया है.
नक्सली यहां फहरा सकते हैं काला झंडा
सिवाइपट्टी थाना: सिवाइपट्टी बाजार, पैगंबरपुर बाजार, डेरा चौक, हरसेर, करचौलिया, बनघारा, टेंगरारी बाजार, रामनगर बाजार व घौसोत स्कूल.
मीनापुर : मीनापुर चौक, प्रखंड कार्यालय, पुलिस निरीक्षक कार्यालय, इलाहाबाद बैंक शाखा, शनिचरा स्थान, गंगटी बाजार, नेउरा, उच्च विद्यालय तुर्की, उच्च विद्यालय गोरीगामा.
हथौड़ी : नरमा बाजार, नरमा मध्य विद्यालय, नरमा कॉलेज, नरमा अस्पताल, परमजीवर रेलवे स्टेशन, पुल-पुलिया, मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलवे लाइन, कफेन बाजार .
बोचहां : प्रखंड कार्यालय परिसर, मध्य विद्यालय, दुधौली, बल्थी, रसूलपुर आदि शामिल हैं.

समस्तीपुर मंडल कारा में हुई छापेमारी

गणतंत्र दिवस पर हाई अलर्ट को लेकर समस्तीपुर मंडल कारा में मंगलवार की रात छापेमारी की गयी। रात लगभग साढ़े नौ बजे प्रशासन की टीम कारा गेट पहुंची।गेट खुलने के बाद प्रशासन ने रात 10 बजे से एक बजे तक जेल के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया। सदर एसडीओ केडी प्रोज्ज्वल के नेतृत्व में हुई छापेमारी टीम में सदर डीएसपी मो तनवीर अहमद, नगर इंस्पेक्टर एचएन सिंह, मुफसिल इंस्पेक्टर कुमार कीर्ति सहित अन्य पुलिस अधिकारी और दर्जनों पुलिस कर्मी उपस्थित थे।लगभग चार घण्टे तक सभी कैदी वार्डो की गहनता पूर्वक जाँच की गयी।

जाँच के दौरान कैदी वार्ड से तंबाकू, तंबाकू डिब्बी सहित अन्य सामग्री जब्त किया गया।इसके अलावे कोई आपत्तिजनक सामग्री नही मिल पाई। जानकारी के अनुसार जेल में हथियार पहुचने की सूचना पुलिस को मिली थी, जिसके बाद छापेमारी की गयी। लेकिन अधिकारी पुष्टि नही हो पायी है।गणतंत्र दिवस की सुरक्षा को लेकर जेल में छापेमारी करना बताया गया है।

गणतंत्र दिवस पर रेलवे में हाई अलर्ट, आरपीएफ आईजी ने की दलसिंहसराय मामले की जाँच

[[ Muzaffarpur ]] आरपीएफ आईजी रविन्द्र वर्मा ने बुधवार को समस्तीपुर पहुंचे। साथ ही रेलवे में जारी हाई अलर्ट को लेकर स्थानीय आरपीएफ अधिकारी के साथ सुरक्षा और सतर्कता की समीक्षा की।इससे पूर्व आईजी रविन्द्र वर्मा ने कमांडेंट वीपी पण्डित के साथ दलसिंहसराय पहुंचे, जहां रेल पुल संख्या 20 को देखा। जहाँ 22 जनवरी की रात असमाजिक तत्वों ने रेल हादसे की साजिश के लिये अप रेललाइन पर कंक्रीट रख दिया था। लेकिन पेट्रोल मेन की सतर्कता से बड़ी घटना टल गयी। आईजी ने बताया कि घटना स्थल की जाँच की गयी है।


आरपीएफ में भी केस किया गया है। विभिन्न पहलुओ पर जाँच की जा रही है। इसके बाद आईजी ने कमांडेंट कार्यालय का निरीक्षण किया।जहां सुरक्षा के मुद्दे पर आवश्यक आदेश दिए। साथ ही गणतंत्र दिवस को लेक सतर्क और सजग रहने को कहा।

उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिसके कारण सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।मौके पर एसी अजय कुमार अहित अन्य आरपीएफ अधिकारी थे।

मैं गरीब हूँ, मुझे पता है गरीबी क्या होती है : राहुल गाँधी

जबसे राहुल गाँधी फिरंगी देश का भ्रमण कर लौटे है कुछ नया करने की कोशिश में है। ये कोशिश कांग्रेस को सफलता दिलाने के लिए की जा रही है लेकिन राहुल गाँधी करना कुछ चाहते है पर होता कुछ और है। कुछ ऐसा ही नजारा उत्तराखंड में देखने को मिला। जब राहुल गाँधी ने अपने कुर्ते की जेब को फाड़कर उसमें हाथ डालकर लोगों को बताया देखिये ये मेरी हैसियत है।  mujhe gribi pta hai 

हालांकि, इसका तात्पर्य न लोग समझ पाए और न ही राहुल गाँधी इसे समझा सके। हां, राहुल गाँधी ने इस एक्टिंग के बाद कहा कि मैं गरीब हूँ। देखिये मेरी हालात, मेरे पास पैसे नहीं है। नोटबंदी के बाद से देश गरीबी की ओर अग्रसर है। mujhe gribi pta hai 

राम-राम जपना, पराया माल अपना

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते है अच्छे दिन आ गये। ये है अच्छे दिन। जेब में पैसा नहीं है और कहते है अच्छे दिन आ गये। सेल्फीमैन गरीबो के साथ नहीं बल्कि अमीरों के साथ सेल्फी लेते है। मुझे देखिये मैंने ये कुर्ता 500 की पहनी है, जबकि देश के पीएम 15 लाख का सूट पहनते है। इसे कहते है अच्छे दिन। पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों के लिए अच्छे दिन लाये बाकि लोगों के लिए तो बुरे दिन है। जिसे काला दिन भी कह सकते है। mujhe gribi pta hai 

मैं अपने दूसरे बेटे का नाम बाबर रखूँगा: सैफ अली खान

पीएम मोदी को देश की गरीबी नहीं दिखती है वो विदेश यात्रा में मस्त रहना चाहते है। ये पैसा हम जैसे भाइयों का है। जिसका पीएम मोदी गलत इस्तेमाल कर रहे है। मुझे दुःख होता है कि किसान, देश की युवाशक्ति आत्महत्या कर रहे है। वही मोदी सरकार ऐसो-आराम में मस्त है। mujhe gribi pta hai 

राहुल गाँधी ने लोगों से पूछा क्या आपके खाते में 15 लाख रूपये आ गए ? जबाब नहीं आया। तब राहुल गाँधी गुनगुनाने के लहजे में बोले राम-राम जपना, पराया माल अपना। मोदी सरकार देश की जनता को राम के नाम पर लूट रही है। जिसका जबाब जनता जनार्दन अवश्य देगी

on Tuesday, 17 January 2017 | | A comment?

कांग्रेस ने योजनाबद्ध तरीके से करवाया 84 दंगा: बादल


मुक्तसरः दंगों की फायलें सार्वजनिक करने के मामले के बीच मुख्यमंत्री बादल के एक ओर बयान ने मामले को और गर्मा दिया है। मुकतसर में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान बादल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सिखों की हत्या कांग्रेस द्वारा पूरी योजनाबद्ध तरीके से करवाई गई थी। डी.यू. मामले पर बोले बादल बादल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक किताब में भगत सिंह को आतंकवादी बताए जाने की निंदा की है। बादल का कहना है कि उन्होंने अपनी जिदगी में भगत सिंह से बड़ा देश भक्त कोई भी नहीं देखा। अब सी.पी.एस बनेंगे मंत्री राज्य सरकार द्वारा 7 विधायकों को सी.पी.एस बना कर कैबिनेट में दाख़िला देने के बाद अब मुख्यमंत्री बादल अपने मंत्रीमंडल में फेरबदल करके पुराने मुख्य सचिवों को मंत्री बनाने जा रहे हैं। मुक्तसर में पत्रकारों के साथ बातचीत दौरान बादल ने इसके संकेत दिए है।आपको बता दें कि अपनी कैबिनेट में 25 मुख्य संसदीय सचिव रखने वाली अकाली दल दिल्ली की केजरीवाल सरकार की इसी नीति की निंदा कर चुकी है। चुनावी साल होने के कारण बादल सभी विधायकों को खुश करने के मूड में हैं।

on Thursday, 12 January 2017 | A comment?

समाजवादी पार्टी का चुनाव निशान साइकिल हो सकता है सीज!


समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को उनके ही पुत्र और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजनीति की बिसात पर शह दे दी है. जनेश्चर मिश्र पार्क में सपा के विशेष अधिवेशन में अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया गया है. वहीं अब राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे मुलायम सिंह यादव को संरक्षक घोषित किया गया है.
राजनीतिक जानकार इस कदम को समाजवादी पार्टी के लिए नुकसानदेह मानकर चल रहे हैं. उनका कहना है कि हो सकता है कि चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव के दौरान सपा का चुनाव निशान साइकिल सीज कर दे. वहीं अगर अखिलेश द्वारा इस्तीफा देने या शिवपाल गुट द्वारा समर्थन वापसी का कदम उठाया जाता है तो इस स्थिति का पूरा लाभ केंद्र सरकार उठाने की कोशिश करेगी, प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग सकता है, चुनाव टल सकते हैं.
वरिष्ठ पत्रकार राम दत्त त्रिपाठी कहते हैं कि अब यह पूरी तरह साफ हो गया कि समाजवादी पार्टी दो खेमों में बंट चुकी है. एक अखिलेश गुट है, दूसरा मुलायम गुट है. आज अखिलेश की ताजपोशी के बाद इनकी तरफ से चुनाव आयोग को सूचना दी जाएगी, जिसके बाद चुनाव आयोग इस पर रिकॉर्ड तलब करेगा.
साल भर पहले से राम गोपाल पार्टी में कह रहे थे कि मुझे नई पार्टी बनानी है. इसी पर रोक लगाने के लिए मुलायम ने पहले अखिलेश को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया था, फिर राम गोपाल को निष्कासित किया था.
पार्टी के नियम कानून और संविधान के अनुसार साथ ही चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में अभी तक मुलायम सिंह यादव अध्यक्ष हैं. अब जब अखिलेश गुट दावा करेगा तो उसके बाद चुनाव आयोग रूल्स के हिसाब से परीक्षण करेगा. पार्टी में किसका दावा बनता है, उसके लिए एक प्रक्रिया निर्धारित है. पार्टी के जो विधायक हैं, सांसद हैं, हारे हुए उम्मीदवार हैं, उनकी राय लेने आदि की एक निश्चित प्रक्रिया है.
इस विवाद में समाजवादी पार्टी का चुनाव निशान साइकिल सीज हो सकता है क्योंकि इतनी जल्दी इसका निर्णय नहीं हो पाएगा. पहले चुनाव आयोग नोटिस जारी करेगा, फिर सुनवाई करेगा, तय करेगा. जिसमें काफी समय लगेगा. चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ भी दूसरा गुट हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट जा सकता हैं. एक लंबी प्रकिया है. जाहिर है तब तक विधानसभा चुनाव समाप्त हो चुके होंगे.
दूसरा खतरा ये भी है कि इस विवाद में अब सरकार गिर सकती है क्योंकि सरकार गिराने के लिए 20 से 25 विधायक ही चाहिए. अगर शिवपाल सहित 20 से 25 विधायक राज्यपाल के पास जाते हैं तो सरकार गिर सकती है. ऐसी स्थिति में एक संभावना ये भी बनती है कि चूंकि बीजेपी में नोटबंदी की वजह से बहुत से ऐसे लोग हैं, जो असहज हैं, अभी चुनाव नहीं चाहते हैं. तो ये भी कोशिश हो सकती है कि राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए और चुनाव टल जाएं.
एक संभावना ये भी है कि अखिलेश भी इस्तीफा देने जा सकते हैं कि और खुद को कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो गेंद गवर्नर और केंद्र के पाले में हैं. वहीं शिवपाल और अखिलेश इस तरह का कदम नहीं उठाते तो मामला चुनाव आयोग के पास ही रहेगा.

on Sunday, 1 January 2017 | A comment?